उत्पत्ति २: १ Gen-२२
( फिर यहोवा परमेश्वर ने कहा , आदम का अकेला रहना अच्छा नहीं ) 『 फिर यहोवा परमेश्वर ने कहा , आदम का अकेला रहना अच्छा नहीं ; मैं उसके लिये एक ऐसा सहायक बनाऊंगा जो उससे मेल खाए। और यहोवा परमेश्वर भूमि में से सब जाति के बनैले पशुओं , और आकाश के सब भाँति के पक्षियों को रचकर आदम के पास ले आया कि देखें , कि वह उनका क्या क्या नाम रखता है ; और जिस जिस जीवित प्राणी का जो जो नाम आदम ने रखा वही उसका नाम हो गया। सो आदम ने सब जाति के घरेलू पशुओं , और आकाश के पक्षियों , और सब जाति के बनैले पशुओं के नाम रखे ; परन्तु आदम के लिये कोई ऐसा सहायक न मिला जो उससे मेल खा सके। तब यहोवा परमेश्वर ने आदम को भारी नीन्द में डाल दिया , और जब वह सो गया तब उसने उसकी एक पसली निकाल कर उसकी सन्ती मांस भर दिया। और यहोवा परमेश्वर ने उस पसली को जो उसने आदम में से निकाली थी , स्त्री बना दिया ; और उसको आदम के पास ले आया। 』 (उत्पत्ति २: १ Gen- २२ में) 『 फिर यहोवा परमेश्वर ने कहा , आदम का अकेला रहना अच्छा नहीं 』 अकेला रहना अकेला है यह अकेला नहीं है , यह "एक हिस्सा है।" "नॉट गुड" में "अच्छा...