उत्पत्ति २: )- ९
(ईश्वर भगवान ने ईडन में पूर्व में एक बाग लगाया) 『 और यहोवा परमेश्वर ने पूर्व की ओर अदन देश में एक वाटिका लगाई ; और वहां आदम को जिसे उसने रचा था , रख दिया। और यहोवा परमेश्वर ने भूमि से सब भांति के वृक्ष , जो देखने में मनोहर और जिनके फल खाने में अच्छे हैं उगाए , और वाटिका के बीच में जीवन के वृक्ष को और भले या बुरे के ज्ञान के वृक्ष को भी लगाया। 』 (उत्पत्ति २: )- ९) परमेश्वर ने मनुष्य को धरती की मिट्टी से बाहर निकाला और उसकी नाक में प्राण फूंक दिए , जिससे वह मनुष्य बन गया। यह आदमी आदम है और परमेश्वर के राज्य में पाप करने वाली आत्मा एक जीवित प्राणी है जो मिट्टी में प्रवेश कर चुका है। इसलिए , परमेश्वर के राज्य में पाप करने वाली आत्माएं आदम का अनुसरण करती हैं और दुनिया में जन्मे प्राणियों में प्रवेश करती हैं और मनुष्य बन जाती हैं। जब परमेश्वर के राज्य में पाप करने वाली आत्माएं मिट्टी में प्रवेश करती हैं , तो आत्मा मर जाती है और आत्मा बन जाती है। क्योंकि आत्मा बंद है , भगवान के साथ संबंध टूट गया है। इसलिए बाइबल कहती है , "आत्मा मर चुकी है।" भगवान जीवित रहने के लिए मृत आत्म...